राव सुखबिन्द्र सिंह ने गाँव बड़कोदा, शहरपुर और कुतबापुर का दौरा करके ग्रामीणों की समस्या सुनी और तीनों गाँवों के ग्रामीणों की इंडस्ट्रियल पार्क के लिए जबरन कृषि भूमि न लिए जाने की मांग का समर्थन किया। वहीं उन्होंने इंडस्ट्रियल पार्क बनाने के सरकार के फैसले का स्वागत भी किया।
श्री राव ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि नारनौल में इंडस्ट्रियल पार्क बनाने का सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है। लेकिन इसके लिए सरकार को किसानों की उपजाऊ कृषि भूमि का जबरन अधिग्रहण नहीं करना चाहिए, बल्कि यह पार्क ऐसे स्थान पर बनाया जाए जहाँ भूमि अनुपजाऊ है या जहाँ किसान स्वेच्छा से मार्किट रेट पर इंडस्ट्रियल पार्क के लिए भूमि देने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि बड़कोदा, शहरपुर और कुतबापुर की कृषि भूमि उपजाऊ है और यहाँ सिंचाई की व्यस्था भी है। इससे किसान न केवल अपनी आजीविका चलाते हैं, बल्कि देश की खाद्य ज़रूरत पूरी करने में भी मदद करते हैं। इन गाँवों की जमीन पहले भी ग्रीन कॉरिडोर और बाईपास में अधिग्रहित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि यह सही है कि बेरोजगारी दूर करने के लिए इंडस्ट्रियल पार्क जैसी परियोजनाएं बनें, लेकिन उपजाऊ कृषि भूमि को बचाया जाना भी उतना ही ज़रूरी है, ताकि अन्न का संकट पैदा न हो। इसलिए वे ग्रामीणों की जायज मांग का समर्थन करते हैं और सरकार से इन गांवों के किसानों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की अपील करते हैं।
इस अवसर पर बड़कोदा के सरपंच शैलेन्द्र, कुतबापुर के सरपंच प्रतिनिधि बलराज सिंह, पूर्व सरपंच दीवान सिंह, देशराज, प्रेमपाल, मनोज, हुकमचंद, सुरेश, पवन शर्मा, संदीप, नरेश, उमेद, अनूप, अशोक, लालचंद, विजयपाल, वेदप्रकाश, हेमंत शर्मा और सज्जन सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।