प्रदेशभर में सरकार ने डेढ़ हजार से अधिक कॉलोनियों को वैध कर दिया है, किन्तु कमजोर जनप्रतिनिधियों के कारण जिला महेंद्रगढ़ की अभी तक एक भी कॉलोनी नियमित नहीं हुई है| जिसके कारण लोगों को अवैध कॉलोनियों में रहने को विवश होना पड़ रहा है| लोग मजबूरन केवल बयाने पर प्लाट लेकर उस पर जीवनभर की कमाई खर्च करके घर बना रहे हैं| ऐसे में उन पर हमेशा तोड़-फोड़ और धोखाधड़ी की तलवार लटकी रहती है|
उक्त विचार पूर्व सांसद राव मानसिंह के पुत्र और सेवानिवृत अधीक्षण अभियंता राव सुखबिन्द्र सिंह ने अपने जन संपर्क अभियान के तहत शहर के विभिन्न वार्डों में लोगों की समस्याएं सुनने के बाद व्यक्त किये| उन्होंने कहा कि शहर की बहुत-सी कॉलोनी हैं जो वैध होने के मानदंड पूरे करती हैं, किन्तु जनप्रतिनिधि और अधिकारी उन्हें वैध करवाने के प्रति गंभीर नहीं दिखाई देते| उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि ऐसा चुनें जो स्वहित की बजाय लोकहित को प्राथमिकता दे|
राव सुखबिन्द्र सिंह ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि जिला महेंद्रगढ़ की भी उन सभी कॉलोनियों को भी वैध किया जाए, जो सरकार द्वारा निर्धारित मानदंड पूरे करती हैं, ताकि लोगों को सिर छुपाने के लिए सुरक्षित छत मिल सकें| उन्होंने अब तक एक भी कॉलोनी नियमित न होने के मामले की जांच करवाने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग भी की है| राव ने शहर के वार्डों के साथ-साथ गाँव मंढाणा और जैलाफ में भी जनसंपर्क किया और गाँव की समस्याओं और ज़रूरतों पर चर्चा की| इस अवसर पर रिंकू सैनी, नवनीत पहलवान, आशीष, भानू, नितेश, समसू, नवीन, संजीव, मुकेश, सुरेन्द्र नम्बरदार, विद्यानंद, रामसिंह, यश सैनी, कृष्ण महाशय, जगदीश नम्बरदार, इश्वर सिंह, वेदप्रकाश, होशियार सिंह गोदारा, सज्जन सिंह, विक्रम आदि मौजूद थे|