नारनौल, 17 नवम्बर (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
सीआईए के पुलिस कर्मी ने कथित रूप से नगर परिषद् के एक लिपिक के साथ कल अभद्र व्यव्हार किया और उसे बिना वजह दो घंटे थाने में बैठाये रखा| इस घटना से नाराज नगर परिषद् कर्मचारी आज हड़ताल पर चले गए, जिसके बाद पुलिस कर्मी ने आकर माफ़ी मांग ली और हड़ताल समाप्त हुई|
सीआईए के पुलिस कर्मचारियों द्वारा नगर परिषद के एक क्लर्क को कथित रूप से करीब 2 घंटे बिना किसी शिकायत के बैठाए रखा। आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों ने उसको प्रताड़ित भी किया। इसके विरोध में नगर परिषद के कर्मचारियों ने आज नगर परिषद के अंदर बैठकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। जिसके चलते नगर परिषद में कामकाज प्रभावित रहा।
नगर परिषद में हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि शहर के अंदर लगने वाली रेहडियो के लाइसेंस बनाने के लिए नियुक्त किए गए क्लर्क अमित कुमार गत शाम को 4 बजे सदर थाना के पास रहेड़ी संचालकों का लाइसेंस बनाने के लिए उनके डॉक्यूमेंट वगैरह ले रहे थे। इस दौरान जब वह वहां पर एक चाय की रेहडी लगाने वाले व्यक्ति से डॉक्यूमेंट लेने लगे तो चाय की रेहडी वाले व्यक्ति ने वहीं पास में मौजूद सीआईए पुलिस के कर्मचारियों को जाकर उसके खिलाफ कुछ बात कही। इसके बाद सीआईए के अंदर से एक पुलिसकर्मी आया। वह क्लर्क को जबरदस्ती पकड़ कर सीआईए के अंदर ले गया। जहां पर उसने क्लर्क के साथ अभद्र व्यवहार किया तथा जबरदस्ती उसको वहां पर बैठाए रखा।
इस बारे में क्लर्क अमित कुमार ने बताया कि पुलिस कर्मचारियों ने उसके साथ सही व्यवहार नहीं किया। उसने बताया कि जब वह अपना आई कार्ड दिखाने लगा तो पुलिसकर्मी ने उसका फोन भी रख लिया। उसको कहीं फोन भी नहीं करने दिया और उसको मार-मार कर भूत बनाने की बात कही। पुलिसकर्मी द्वारा उसके साथ बड़ा ही अभद्र व्यवहार किया गया।
नगर परिषद कर्मचारियों द्वारा हड़ताल किए जाने की सूचना मिलने के बाद नगर परिषद की ईओ सुमन लता कर्मचारियों के पास पहुंची। ईओ सुमन लता ने कहा कि कर्मचारी हड़ताल पर जाने से पहले एक बार डीएमसी से बात कर लें। उन्होंने कर्मचारियों को समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन कर्मचारी नहीं माने तथा अपनी बात पर अडिग रहे। कर्मचारियों का कहना है कि पुलिस कर्मियों द्वारा ऐसा व्यवहार पूर्व में भी नगर परिषद के कर्मचारियों के साथ किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जब तक आरोपी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ एसपी कार्रवाई नहीं करता तब तक हड़ताल जारी रखेंगे।
इस बारे में सीआईए इंस्पेक्टर उमर अब्दुल्ला का कहना है कि सीआईए के बाहर खड़े होने वाले रेहडी संचालक से नगर परिषद के कर्मचारी डॉक्यूमेंट मांग रहे थे। तब रहेड़ी संचालक ने नप कर्मचारियों के फोन नंबर मांगे। इस पर नप कर्मचारियों ने फोन नंबर नहीं दिए तो रेहडी संचालक को शक हुआ कि यह फ्रॉड आदमी हैं। इस पर उसने सीआईए को सूचना दी। इसके बाद सीआईए पुलिस ने कर्मचारियों को केवल इतना कहा था कि वह अपना आई कार्ड अपने साथ रखा करें। वहीं नगर परिषद से अन्य कर्मी बुलाकर उसका वेरिफिकेशन करवाया था। कर्मचारियों को 2 घंटे बैठा कर रखने जैसी कोई बात नहीं है।
बाद में नगर परिषद कर्मचारी के साथ अभद्र व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मी ने नगर परिषद में आकर माफी मांगी। जिसके बाद उन्होंने हड़ताल समाप्त कर दी।