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    ग्राहकों के बैंक खातों से रूपये निकालने के आरोप में प्रबंधक सहित 4 पर केस

    नारनौल, 19 अक्टूबर (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
    केन्द्रीय सहकारी बैंक अटेेली में बैंक कर्मियों द्वारा की जा रही धोखाधड़ी लगातार सामने आ रही है। धोखाधड़ी की जांंच कर रही कमेटी के सामने सात मामले और सामने आये है। सात लोगों के बैंक खाते से रुपये गायब करने के आरोप में बैंक प्रबंधक, दो क्लर्क व एक बाहरी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बैंक कर्मियों ने सात लोगों के खाते से पांच लाख 63 हजार रुपये फर्जी तरीके से निकाल लिए। अटेली बैंक की गबन की रिपोर्ट सबसे पहले 17 दिसंबर 2022 में दर्ज हुई।
    केन्द्रीय सहकारी बैंक की अटेली शाखा की तिजोरी से 19 लाख 29 हजार 500 रुपये साफ हो गए। पुलिस ने दो बैंक कर्मियों पर मामला दर्ज किया था। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले दी महेन्द्रगढ़ केन्द्रीय सहकारी बैंक की अटेली शाखा प्रबंधक जसवन्त ने बताया था कि हमारी शाखा में गोदरेज कम्पनी की एक तिजोरी रखी हुई है जो कि तीन चाबियों के लगाये जाने पर खुलती है। 24 नंवबर को जो चाबी मेरे पास रहती है वह मैंने मेरी अमलारी में रख दी। 25 नवंबर को सुबह नवीन को कैश निकालने के लिए कहा गया तो उसने बताया कि सर आप वाली चाबी नहीं मिल रही है। पांच दिन हमने चाबी को तलाश करते हुए बीता दिये कि कहीं मिल जाएगी। जब मैंने नवीन से मुख्यालय से डुप्लीकेट चाबी लाने के लिए कहा गया तो यह मामला सामने आया। बैंक प्रबंधक जसवन्त ने बताया कि गायब हुए रुपयों में से नवीन ने 9 लाख रुपये जमा करवा दिये बाकी के रुपये जमा नहीं हो पाये है। कोपरेटिव बैंक से फर्जी चैक बुक के माध्यम से बैंक कर्मियों ने ही खातेधारक के तीन लाख 90 हजार रुपये निकाल लिए। प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस ने रिटायर्ड प्रबंधक, कैशियर व कलर्क के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। 
    अटेली की रहने वाली रेखा रानी ने कोपरेटिव बैंक अटेली में अपना खाता खुलवाया हुआ था। उसने अपने खाते में तीन लाख 90 हजार रुपये जमा किये हुए थे। शादी होने के बाद रेखा रानी ने बैंक से कई दिन तक रुपये नहीं निकाले। दो साल बाद उसको रुपये की आवश्यकता हुई तो वह बैंक में रुपये निकालने गई तो रुपये गायब मिले। बैंक प्रबंधक भारतेन्दू सिंह ने रुपये निकालने की हिस्टरी को देखा तो पता चला कि जिस चैक से रुपये निकाले गये है उस चैक में रेखा के साइन नहीं मिल रहे है। चैक का मिलान किया तो चैक बुक भी फर्जी मिली। प्रबंधक ने इसकी शिकायत हैड आफिस में जनरल प्रबंधक से की। जनरल प्रबंधक ने इसके लिए एक कमेटी गठित की जिसमें डीओ रघुवीर व प्रबंधक भारतेन्दू को शामिल किया गया। उन्होंने इसकी जानकारी जुटाई तो पता चला कि साढ़े तीन लाख रुपये 12 सितंबर 2022 को युद्धवीर की आइडी से निकाले गये है जिसको पास तत्कालीन प्रबंधक ब्रह्मप्रकाश ने पास किया है। 40 हजार रुपये कर्लक नवीन की आइडी से निकाले गए। जिसको पास तत्कालीन प्रबंधक ब्रह्म प्रकाश ने पास किया है। इस प्रकार प्रबंधक ब्रह्म प्रकाश, कैशियर युद्धवीर व क्लर्क नवीन कुमार ने मिलकर रुपये निकाले है। वर्तमान बैंक प्रबंधक भारतेन्दू सिंह की शिकायत पर पुलिस ने तीनों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है। 
    इससे पहले 12 सितंबर 2022 में सालावास की चंद्रकला के खाते से भी पांच लाख रुपये निकाल लिए गये थे। इसी समय के दौरान बैंक के लॉकअप में रखे 19 लाख रुपये गायब हो गये थे। लॉकअप से रुपये गायब होने के बाद बैंक कर्मियों पर मामला दर्ज किया गया था। हालांकि तत्कालीन बैंक प्रबंधक ब्रह्म प्रकाश ने जांच टीम को दिए बयान में बताया कि मेरी आईडी चुरा कर इस काम को अंजाम दिया गया है। इस बात का खुलासा 15 जून 2023 को रेखा रानी बैंक में रुपये निकालने गई तब पता चला। हालांकि पहले के हुए फ्रॉड के कारण बैंक प्रबंधक को 29 मई को रिटायर्ड होने से महज एक दिन पहले 5 लाख रुपये का फ्राड होने पर निलंबित कर दिया था। अब दूसरी शिकायत पर उन पर फ्राड का मामला दर्ज हुआ है। वही नवीन कुमार पर लॉकअप से रुपये गायब करने का मामला दर्ज हुआ था। अब रुपये निकालने के फ्राड पर मामला दर्ज हुआ है। उस समय तो लॉकअप में रुपये वापिस जमा करने से मामला रफा दफा हो गया था लेकिन इस बार रुपये किसने निकाले इसकी जिम्मेवारी कोई नहीं ले रहा है। बैंक के सारे रुपये का फ्राड एक सप्ताह के बीच ही हुआ है। इस दौरान लगभग 28 लाख के करीब बैंक से गलत तरीके से रुपये निकाले गये या गायब हुए है।
    क्या कहते हैं बैंक प्रबंधक:
    बैक प्रबंधक भारतेन्दू सिंह ने बताया कि उनके सामने यह मामला तब आया जब रेखा रानी अपने खाते से रुपये निकालने बैंक में आई। उसके खाते में रुपये न होने पर इसकी जांच की तो पता चला कि जाली चैक के माध्यम से जाली हस्ताक्षर कर रुपये निकालने का फ्राड किया हुआ है। उन्होंने यह शिकायत पुलिस को दी। शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया है। बैंक प्रबंधक ने बताया कि बैंक में लगभग 1600 खाते हैं। बैंक खाते धारकों से बुलाकर पूछताछ करने पर यह सात मामले और सामने आये है। जांच के दौरान पता चला कि 28 अगस्त 2022 को चंदपुरा की दूध डेयरी की सिक्योरिटी राशि दो लाख रुपये दूसरे के खाते में डाल कर निकाल लिए। इसके अलावा 6 अगस्त 2022 में ही मोहलड़ा की दूध डेयरी के 88 हजार रुपये गलत तरीके से निकाल लिए गए। बासदूदा के देवेन्द्र के खाते से 30 हजार रुपये, 9 अगस्त को ढाणी कालोना की बिमला के के खाते से 50 हजार रुपये निकाल लिए। तोबड़ा की सुमन के इसी दिन 45 हजार रुपये निकाल लिए। अटेली की रहने वाली विमला के इसी दिन एक लाख रुपये निकाल लिए। 10 अगस्त 2022 को पृथ्वीपुरा की दूध डेयरी के 50 हजार रुपये निकाल लिए। पुलिस ने बैंक प्रबंधक ब्रह्म प्रकाश, नवीन यादव व नीलम यादव कलर्क जो दोनों सगे बहन भाई हैं, इनके अलावा सलीमपुर के एक उपभोक्ता नरेन्द्र पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

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