महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर के निर्देशानुसार राज्य में सेफ सिटी परियोजना शुरू की जा रही है। इस परियोजना का उद्देश्य है कि कामकाजी महिलाओं में सुरक्षा की भावना पैदा हो तथा परिजनों की चिंता कम हो, महिलाएं अपने आपको कार्यस्थलों, शैक्षणिक संस्थानों और सार्वजनिक परिवहन में पूरी तरह से सुरक्षित महसूस करें।
पुलिस अधीक्षक नितिश अग्रवाल ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य महिला में सुरक्षा की भावना को बढ़ाना है और उनके माता-पिता की चिंता को कम करना है, सुरक्षित माहौल बनाना है। जिसके तहत जिले में चलने वाले सभी ऑटो चालकों का डाटा एकत्रित किया गया है और उनको एक यूनिक कोड जारी किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक ने जिले की ईआरवी गाडिय़ों पर तैनात डायल 112 की टीम को जिले में कामकाजी महिलाओं, शिक्षण संस्थानों की छात्राओं, कॉलेज की छात्राओं का डाटा एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं। जिनके तहत डायल 112 की टीमें कामकाजी महिलाओं, जॉब करने वाली महिलाओं, छात्राओं का डाटा एकत्रित कर रही हैं। पुलिस द्वारा लगभग सभी स्कूलों, कॉलेजों, शिक्षण संस्थानों का डाटा एकत्रित कर लिया गया है। प्राइवेट कंपनियों, हॉस्पिटलों में जॉब करने वाली महिलाओं का भी डाटा एकत्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही उनके आने-जाने वाले रूटों का भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस द्वारा ऐसी सभी महिलाओं का डाटा एकत्रित किया जा रहा है, जो नियमित रूप से सफर करती हैं। यह डाटा डायल 112 हेडक्वार्टर पंचकुला के साथ साझा किया जाएगा। जिससे मुसीबत के समय जल्द से जल्द सहायता पहुंचाई जा सके। डायल 112 पर कॉल करते ही कॉल करने वाली महिला से संबंधित डाटा ऑपरेटर को पता लग जाएगा, जिससे पुलिस उस महिला से आसानी से संपर्क कर सकती है। इससे महिलाओं में सुरक्षा का भाव बढ़ेगा और अन्य लोगों की मनमानी पर अंकुश लगेगा।