हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने आज एक ही मीटर पर दो कनेक्शन दिखाकर उपभोक्ता को दो-दो बिल भेजने के मामले में दक्षिणी हरियाणा बिजली निगम के जूनियर इंजीनियर (जेई) को चार्जशीट करने के आदेश दिए हैं। बिजली मंत्री आज पंचायत भवन में जिला लोक संपर्क एवं जनपरिवेदना समिति की मासिक बैठक में शिकायतें सुन रहे थे। आज की बैठक में पहले से निर्धारित कुल 15 मामले रखे गए जिनका मौके पर ही समाधान कर दिया गया।
जनपरिवेदना समिति की मासिक बैठक के दौरान जिला के गांव सुंदरह के महेंद्र पाल की दो-दो बिजली के बिल आने शिकायत पर बिजली मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया। बिजली मंत्री द्वारा संबंधित का नाम पूछने पर एक्सईनएन बिजली निगम ने बताया कि तत्कालीन जूनियर इंजीनियर (जेई) बंसीलाल ने गलती से एक ही मीटर पर दो कनेक्शन चालू कर दिए थे। फिलहाल यह रेवाड़ी में तैनात है। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उसे तुरंत प्रभाव से चार्जशीट किया जाए। इस तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि बिजली निगम उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। सेवाओं में किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होगा।
गांव मंढियाली के महेंद्र सिंह की उनके खेत में बने घर के ऊपर से बिजली की लाइन बिछाने के संबंध में आई शिकायत पर एसडीएम हर्षित कुमार ने बताया कि पिछली बैठक में दिए गए निर्देश अनुसार जनपरिवेदना समिति के दो मेंबर को साथ लेकर मुआवजे की रिपोर्ट तैयार की गई थी। दो दिन पहले संबंधित किसान को पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से बनाए गए एस्टीमेट के अनुसार 5.7 लाख रुपए का मुआवजा दे दिया गया है।
जिला के गांव ताजपुर के सत्यनारायण की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जांच अधिकारी अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली सिंह ने बताया कि इस मामले में संबंधित निजी स्कूल के खिलाफ फॉरेस्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
बैठक के बाद सामान्य शिकायतों के दौर में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से ग्रीन बेल्ट पर किए गए अवैध कब्जों के संबंध में रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन ने बताया कि अभी तक 90 फीसदी मकान के सामने से अवैध कब्जे हटा दिए गए हैं। शेष बचे अवैध कब्जों के संबंध में बिजली मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सोमवार तक सभी मकान मालिक अपने-अपने घरों के सामने से अवैध कब्जे हटा लें अन्यथा सोमवार के बाद जेसीबी से कब्जा को हटाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद सीवर, पेयजल की लाइन तथा बारिश के पानी की जल निकासी के संबंध में व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने शहर में कचरा उठाने के मामले में भी संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर शहर में कचरा उठाने की व्यवस्था नहीं सुधरती है तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करें।