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    समर्थन मूल्य पर बाजरे की खरीद के लिए जिले में 13 सेंटर बनाये गए

    नारनौल, 04 सितम्बर (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
    प्रदेश सरकार ने बेशक से खरीफ सीजन की मुख्य फसल बाजरा खरीद का शेड्यूल जारी नहीं किया है, लेकिन खरीद एजेंसी के तौर पर नियुक्त खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने राज्य में बाजरा के परचेज सेंटर निर्धारित कर दिए हैं। प्रदेश में कुल 92 मंडियों में परचेज सेंटर बनाए गए हैं, जिनमें से 13 परचेज सेंटर जिले में बनाए गए हैं। इन 13 मंडियों में बाजरा एवं अन्य फसलों की खरीददारी के लिए मार्केट कमेटियों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बाजरा एवं अन्य फसलों की खरीद की तैयारी शुरू कर दी है।
    उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने खरीफ मार्केटिंग सीजन 2023-24 में जिला महेंद्रगढ़ में जो 13 परचेज सेंटर बनाए हैं, उनमें नारनौल, अटेली, महेंद्रगढ़, कनीना, पाली, धनौंदा, बाछौद, बोचडिय़ा, करीरा, आकोदा, श्रीकृष्ण गोशाला, हुडा सेक्टर महेंद्रगढ़ तथा नांगल चौधरी शामिल हैं। अन्यथा पहले जिले की मूल रूप से निर्धारित छह मंडियों में ही परचेज सेंटर होते थे। मगर बाजरा की बंपर पैदावार को देखते हुए जिले के गांवों में भी बाजरा परचेज सेंटर बनाए गए हैं। पूर्व निर्धारित केंद्रों से अधिक खरीद केंद्र बनाए जाने से किसानों में खुशी है, क्योंकि अब उन्हें अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों में नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि वे अपने आसपास बने खरीद केंद्रों पर ही अपनी फसल को सरकारी समर्थन मूल्य पर बेच सकेंगे।
    पुरानी मंडी को नहीं मिली जगह:
    इन सेंटरों में नारनौल शहर की राजीव चौक के साथ लगती अनाज मंडी को परचेज सेंटरों में सरकार ने जगह नहीं दी है, जबकि आढ़ति इसे सेंटर बनाने की मांग कर रहे हैं और इस बाबत मार्केट कमेटी के सचिव को एक ज्ञापन भी दे चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्हें निराशा हाथ लगी है। अनाज मंडी के प्रधान लाला बृजमोहन गर्ग समेत विभिन्न पदाधिकारियों एवं आढ़तियों ने मार्केट कमेटी के सचिव विजय सिंह को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि राजीव चौक मंडी को भी चालू रखा जाए, जिससे यहां के आढ़ति भी अपना गुजारा कर सकें।
    शेड्यूल अब तक जारी नहीं:
    जिले की मंडियों में बाजरे की आवक शुरू हो गई है, लेकिन सरकार ने अभी तक सरकारी समर्थन मूल्य पर बाजरा खरीद का कोई शेड्यूल जारी नहीं किया है। इस कारण किसान आढ़तियों के यहां बाजरा औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं, जबकि बाजरे का सरकारी समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। गत वर्ष 2350 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित था।
    दो मंडियों में होगी मूंग की सरकारी खरीद:
    खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा जारी आदेशों के अनुसार जिले में खरीफ फसल खरीद सीजन के दौरान एक अक्टूबर से 15 नवंबर तक मूंग की खरीद की जाएगी। खरीद एजेंसी द्वारा महेंद्रगढ़ व अटेली अनाज मंडी को मूंग का खरीद केंद्र बनाया है। मूंग की खरीद हैफेड व वेयर हाउस द्वारा की जाएगी, जबकि बाजरा फूड एंड सप्लाई विभाग खरीद करेगा।
    मंडियों में तैयारियां शुरू:
    खरीफ फसलों की सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीद को लेकर मार्केट कमेटी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत मार्केट कमेटी द्वारा अनाज मंडी की साफ-सफाई के अलावा किसानों के बैठने व पानी आदि की व्यवस्था की जा रही है, ताकि अनाज बेचने आने वाले किसानों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
    क्या कहते हैं अधिकारी:
    इस बारे में मार्केट कमेटी सचिव विजय सिंह ने बताया कि खरीफ सीजन की खरीद को देखते हुए अनाज मंडी की साफ सफाई के अलावा किसानों के लिए पानी, शौचालय व बैठने की व्यवस्था की गई है। परचेज सेंटर निर्धारित कर दिए गए हैं, लेकिन सरकारी खरीद को लेकर अभी तक उनके पास कोई आदेश नहीं आया है।

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