राजकीय अतिथि अध्यापक मंच ने शहर में प्रदर्शन कर लघु सचिवालय में उपायुक्त कार्यालय के सुप्रीटेंडेंट को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन दिया। इस मौके पर अनेक अतिथि अध्यापक मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में अतिथि अध्यापकों ने पक्का किए जाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया है कि अतिथि अध्यापक लगभग 18 वर्षों से कार्यरत हैं। इस सेवा के दौरान उन्होंने बच्चों के सर्वांगीण विकास में अपना योगदान दिया है। वहीं समय-समय पर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को लोगों को बताने में भी अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी भर्ती 1998 के रूल के तहत सभी नियम व शर्तों को पूरा करने के बाद की गई थी। उन्होंने सभी योग्यताएं पूरी की हुई हैं। इसलिए मुख्यमंत्री विधानसभा में अतिथि अध्यापक नियमित बिल 2023 बनाकर सभी अतिथि अध्यापकों को नियमित करें।
वहीं दूसरी ओर राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव के नाम दिए गए ज्ञापन में अतिथि अध्यापकों ने ट्रांसफर पॉलिसी 2023 में सुधार करने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि नियमित अध्यापकों के साथ ही अतिथि अध्यापकों को ट्रांसफर किया जा रहा है, जब सरकार ने 5 साल के लिए पॉलिसी बना दी तो गेस्ट टीचर्स के ठहराव पर भी वही पॉलिसी लागू होनी चाहिए। ट्रांसफर ड्राइव में अतिथि अध्यापकों को भी यस या नो का ऑप्शन होना चाहिए। मेवात या मोरनी हिल्स में काम करने वाले अध्यापकों पर केवल संबंधित जिला का जन्म या दसवीं पास करने का नियम लागू होना चाहिए। अन्य जिले का भी नहीं जैसे पलवल, फरीदाबाद और गुडग़ांव का लगाया गया है।