नारनौल, 30 अगस्त (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
पीएम विश्वकर्म योजना के तहत सरकार दस्तकार एवं कारीगरों को उन्नत कौशल विकास के लिए मुफ्त प्रशिक्षण तथा सस्ती ब्याज दरों पर लोन देगी। इसके अलावा भी उन्हें कई प्रकार के लाभ दिए जाएंगे। योजना का लाभ लेने के लिए पात्र नागरिक नजदीकी सीएससी अटल सेवा केंद्र से अपना पंजीकरण कराएं।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि इस योजना का आगामी 17 सितंबर को शुभारंभ किया जाएगा। इस योजना के तहत 18 श्रेणियों के कारीगरों को सस्ती ब्याज दरों पर लोन, मुफ्त औजार, प्रशिक्षण, मार्केटिंग सपोर्ट, डिजिटल ट्रांजेक्शन यूपीआई का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहन सर्टिफिकेट तथा पहचान पत्र प्रदान किया जाएंगे।
डीसी ने बताया कि योजना के तहत विभिन्न श्रेणी के कारीगरों को लाभ देने के लिए भारत सरकार द्वारा बजट 2023-24 में 13 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस योजना में छोटे औजारों का उपयोग करके अपने हाथों से काम करने वाले दस्तकारों एवं कारीगरों जैसे लोहार, सुनार, कुम्हार, बढ़ई, मोची, नाई, दर्जी, धोबी, गुडिय़ा और खिलौना निर्माता, टोकरी निर्माता, चटाई निर्माता, झाड़ू निर्माता, मूर्तिकार, शिल्पकार, राज मिस्त्री आदि को सक्षम बनाने के लिए अनेक लाभ प्रदान किए जाएंगे।
डीसी ने बताया कि इस योजना के तहत 5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर 3 लाख रूपए तक का गारंटी रहित ऋण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहली बार 1 लाख रूपए एवं दूसरी बार 2 लाख रूपए का ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। साथ ही उन्नत कौशल के लिए मुफ्त प्रशिक्षण एवं प्रशिक्षण के दौरान 500 रूपये दैनिक भत्ता, 15000 रूपये तक का टूल किट, डिजिटल ट्रांजेक्शन यूपीआई का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहन, ब्रांड प्रोत्साहन, सर्टिफिकेट तथा पहचान पत्र प्रदान किए जाएंगे।
इसके लिए प्रार्थी की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक हो और पिछले 5 वर्षों में केंद्र सरकार अथवा राज्य सरकार की किसी भी स्वरोजगार की योजना में ऋण ना लिया हो। सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के पात्र नहीं होंगे।
उन्होंने बताया कि सभी पात्र दस्तकार एवं कारीगर अपने आधार नंबर, मोबाइल, बैंक विवरण एवं राशन कार्ड के साथ अपने नजदीकी सीएससी अटल सेवा केंद्र से अपना पंजीकरण करवाकर इस योजना के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।