कनीना के एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने कनीना और भोजावास के स्कूल, कनीना कॉलेज और आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरिक्षण किया। इस दौरान दोनों स्कूलों में दो अध्यापक मिले गैर हाजिर मिले। जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। वहीं कनीना सरकारी कॉलेज में दो असिस्टेंट प्रोफेसर ऑन ड्यूटी थे, लेकिन रजिस्टर में हाजरी नहीं लगाई हुई थी। जिसके चलते प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अध्यापक ही बच्चों का भविष्य बनाते हैं और परीक्षा परिणाम को अच्छा बनाये रखने के लिए लापरवाही सहन नहीं की जायेगी|
एसडीएम सुरेंद्र सिंह जब कनीना के सरकारी कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे तो वहा बीएड के विद्यार्थी परीक्षा देते मिले। सभी विद्यार्थी पसीने से बेहाल थे और सभी कमरों के पंखे खराब और बंद थे। जबकि एक कमरे में करीब 40 विद्यार्थी परीक्षा दे रहे थे। एसडीएम ने प्राचार्य को सभी ख़राब पड़े पंखों को तुरंत प्रभाव से सही करवाने के सख्त निर्देश दिए|
उन्होंने प्राचार्य कक्ष में जाकर हाजरी रजिस्टर चैक किया तो दो प्रोफेसर ऑन ड्यूटी थे फिर भी उनकी हाजरी रजिस्टर में नहीं लगी हुई थी। उन्होंने प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एसडीएम कार्यलय में तलब किया। उन्होंने पूरे कॉलेज ग्राउंड का निरीक्षण किया तो गंदगी के ढेर मिले। इस दौरान एसडीएम ने प्राचार्य को झाड़ लगाते हुए कहा कि तुरंत साफ सफाई करवाएं आगे से यहां गंदगी मिली तो आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
एसडीएम सुरेद्र सिंह ने कनीना के आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया तो कनीना के तीन आंगनबाड़ी केंद्र प्राइवेट भवनों में चलते पाए गए, जिन्हें उसी समय सरकारी भवनों ने स्थानांतरित करवाया गया| कनीना मंडी के दो सेंटर राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय में व एक सेंटर कनीना राजकीय उच्च विद्यालय में शिफ्ट कराया गया।