नारनौल के एकमात्र हुडा सेक्टर में लोगों को मूलभूत सुविधाएँ भी नहीं मिल रही, जबकि यह शहर का सबसे महँगा रिहायशी इलाका है| लोगों ने क़र्ज़ उठाकर और जीवनभर की जमा पूंजी लगाकर हुड्डा में अपने मकान तो बना लिए, लेकिन उनको सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिल पा रहा है। पेयजल समस्या, टूटी सड़कें, ब्लाक सीवर, बरसात के पानी की निकासी, पार्कों की दुर्दशा व आवारा पशु के कारण आज सेक्टर में रह रहे लोगों का जीना मुहाल हो चुका है।
हुडा निवासियों का कहना है कि सेक्टर में सरकार द्वारा जो सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी थी, वह सुविधाएं उपलब्ध न होने के कारण भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं। सेक्टर की सभी सडक़ें टूटी पड़ी हैं। जिन पर चलना भी दूभर हो गया है। कहने को तो सेक्टर में नांगल चौधरी के विधायक, पूर्व न्यायाधीश, भाजपा के जिला अध्यक्ष, जननायक जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष, नगर परिषद की चेयरपर्सन, जिले के वरिष्ठ अधिकारियों, पत्रकारों समाजसेवी, व्यापारियों सहित सरकार की उपलब्धियों का बखान करने वाले महकमे के अधिकारी जिला लोक संपर्क अधिकारी का निवास स्थान भी इस सेक्टर में स्थित है। इसके बावजूद भी घरों के सामने सीवर का पानी भरा हुआ है।
इस संबंध में सेक्टर वासी वरिष्ठ समाजसेवी रविंद्र गुप्ता नूनीवाला, भूप सिंह बडेसरा, संजय गुप्ता, शशि वर्मा, अजय वर्मा, हेमंत गुप्ता, नवरत्न वर्मा, वासुदेव यादव, मुकेश डीपीई, हंसराज डीपीई, सूरज अग्रवाल, विजय वीर यादव, सरोज कश्यप, देवेंद्र वर्मा, डॉक्टर गजराज यादव, हरगोविंद अग्रवाल, हरिओम गर्ग, सोम प्रकाश गर्ग, महेश जैन, दीपक जैन, नरेश जैन, पीयूष जैन, चरण सिंह बडेसरा, त्रिभूवन वर्मा व अशोक कुमार आदि ने बताया कि सुविधाओं को मध्य नजर रखते हुए हमने हुड्डा सेक्टर में अपने निवास स्थान बनाए थे। परंतु यहां पर कोई भी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। सडक़े टूटी पड़ी है तथा सीवर तथा पीने के पानी की व्यवस्थाएं नकारा साबित हो चुकी हैं। हुड्डा में स्थित पार्को की हालत दयनीय बनी हुई है।
हुड्डा रेजिडेंशियल एसोसिएशन की प्रधान पंकज यादव ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने कई बार जिले के अधिकारियों को अवगत कराया है, परंतु आश्वासनों के अलावा उन्हें अभी तक कुछ नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि वह स्वयं तथा अपनी पूरी एसोसिएशन के साथ जिले के वरिष्ठ अधिकारियों जिला उपायुक्त, जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से स्वयं जाकर मिल चुकी हैं तथा पिछले 1 महीने से गंदे पानी की समस्या को लेकर अधिकारियों को व्हाट्सएप पर हर घर की गंदे पानी की सूचना उनको उपलब्ध कराई परंतु अधिकारियों ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे क्षेत्र में रहने वाले लोगों में काफी रोष है। उन्होंने प्रशासन व सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द हुडा सेक्टर की समस्याओं से निजात दिलाई जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को चाहिए कि हुड्डा सेक्टर की ओर विशेष ध्यान दें ताकि लोगों को असुविधाओं का सामना न करना पड़े।
हुडा सेक्टर में जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीने के पानी की सप्लाई में भी सीवर का बदबूदार पानी घरों में सप्लाई हो रहा है। जिसके कारण लोगों में पेट की बीमारी तथा डायरिया की शिकायतें मिल रही हैं। विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि गंदे पानी सप्लाई का कारण जो पानी की लाइन डाली गई है वह काफी पुरानी हो चुकी है तथा जर्जर अवस्था में है। कई जगह सीवर लाइन टूटी पड़ी है। जिसके कारण दोनों का पानी मिलने से सप्लाई में बदबूदार पानी आ रहा है।
स्थानीय सुभाष पार्क के साथ लगते हुडा सेक्टर के पार्क की हालत काफी दयनीय बनी हुई है। उक्त पार्क में स्ट्रीट लाइट का कोई प्रबंध नहीं है, जिसके कारण रात को आवारा किस्म के युवा पार्क में बैठे रहते हैं तथा शराब व अन्य नशा करते रहते हैं। इस बारे में सेक्टर वासियों ने कई बार पुलिस को शिकायत दी है | पुलिस के पहुंचने से पहले ही उक्त युवा पार्क को छोडक़र फरार हो जाते हैं। इसके अलावा कुछ दिन पूर्व ही पार्क की दीवार को अज्ञात बदमाशों ने तोड़ दिया। जिसके कारण पार्क में आये दिन आवारा पशु विचरण करते रहते हैं। आवारा पशुओं के कारण पार्क में खड़े पेड़ व घास खराब हो चुकी है। हुडा वासियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि उक्त पार्क में लाइट तथा दीवारों को ठीक करवाया जाए।
सेक्टर की सडक़ों पर आये दिन कहीं न कहीं आवारा पशुओं का झुंड देखने को मिल ही जाता है। ये आवारा पशु सडक़ पर इस प्रकार से खड़े हो जाते है। जिसके कारण यहां से राहगीरों व वाहन चालकों का गुजरना मुश्किल हो जाता है। वहीं आवारा पशुओं के कारण आये दिन सेक्टर में हादसे होते ही रहते है। गत दिनों एक महिला की स्कूटी को आवारा पशु ने टक्कर मार दी थी, जिसके कारण वह गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
बरसात के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे पानी सडक़ों पर कई-कई दिन जमा रहने के कारण सेक्टर की सभी सडक़ें टूट कर बिखर चुकी है। सेक्टर में बरसात का पानी जमा होने व उसकी निकासी की व्यवस्था करने की मांग जन परिवेदना समिति की मीटिंग में काफी चर्चा में रही थी। इसके बाद बिजली मंत्री व स्थानीय विधायकों ने हुड्डा सेक्टर का दौरा कर सेक्टरवासियों को पानी निकासी की उचित व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था। इसके बावजूद भी जिला प्रशासन की ओर से सडक़ों के पानी की निकासी नहीं की गई। आज हालात ऐसे हो गए है कि सेक्टर की सभी सडक़ें टूट चुकी है। जिनमें जगह-जगह काफी गहरे गड्ढे हो गए है। जिसके कारण लोगों का सडक़ पर चलना दुर्घटना को न्यौता देना हो गया है।
सेक्टर वासियों ने हुडा प्रशासन व जिला प्रशासन से मांग की है कि नारनौल शहर के एकमात्र सेक्टर की समस्याओं की ओर ध्यान देते हुए उनका समय रहते हुए हल निकाला जाए। जिससे सेक्टर वासियों को वे सुविधाएँ मिल सकें, जिनके लिए लोग यहाँ बसे हैं|