नारनौल, 08 अगस्त (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
नारनौल में आशा वर्कर यूनियन ने अपनी तीन दिवसीय हड़ताल की शुरुआत मंगलवार से की। इस मौके पर उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया गया। जिसके बाद प्रदर्शन करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा गया। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में आशा वर्कर मौजूद रही।
आशा वर्करों की प्रदेशव्यापी हड़ताल के तहत जिला महेंद्रगढ़ की आशा वर्करों ने लघु सचिवालय में उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया। इस मौके पर आशा वर्कर यूनियन की राज्य उपाध्यक्ष प्रवेश कुमारी ने कहा कि वर्ष 2018 के बाद से आशा वर्करों के काम में कई गुना बढ़ोतरी हो गई है, परंतु पिछले 5 साल से मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। इसलिए आशा वर्करों का मानदेय बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि आशा वर्करों का न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए प्रतिमाह होना चाहिए। इसके अलावा आशा वर्करों को पक्का कर्मचारी बनाया जाए। आशा वर्करों के मानदेय में प्रोत्साहन राशि को महंगाई भत्ता के साथ जोड़ा जाए। आशा वर्करों को ईएसआई, पीएफ तथा रिटायरमेंट बेनिफिट दिया जाए। आशा वर्करों की पदोन्नति भी की जाए। सब सेंटर पर आशा वर्करों को बैठने के लिए सामान रखने के लिए जगह सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री द्वारा घोषित 7000 रुपए तुरंत जारी किए जाएं।
इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान कौशल कुमार, राज्य सचिव महेंद्र, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के धर्मपाल शर्मा, नगरपालिका कर्मचारी संघ से महेंद्र सिंह, सीटू के जिला प्रधान कामरेड हरिराम, वेद कुमार और रोहतास गोठवाल ने भी आशा वर्करों को संबोधित किया।