रक्तदान एक सामाजिक कार्य है। एक यूनिट रक्तदान
4 लोगों की जिंदगी बचा सकता है। यह बात हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत
चौटाला ने आज हरियाणा युवा साथी ग्रुप की ओर से बाबा जेठू मंदिर धर्मशाला
नसीबपुर में आयोजित 52वें रक्तदान शिविर का शुभारंभ करते हुए कही।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि किसी संस्था द्वारा निरंतर इस प्रकार के
कैंप लगाना अपने आप में यह साबित करता है कि वह समाज में अपनी जिम्मेदारी
बखूबी निभा रहा है। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ व्यक्ति को साल में कम से
कम दो बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। रक्तदान करने से शरीर में किसी प्रकार
की कोई कमजोरी नहीं आती है। रक्तदान करने वाले रक्तदाता के शरीर में किए
गए रक्तदान की पूर्ति एक सप्ताह के अंदर हो जाती है।
उन्होंने कहा
कि यह एक अच्छी बात है कि यह संस्था रेडक्रास सोसाइटी के साथ मिलकर
अलग-अलग सामाजिक कार्यों में अपना सहयोग देती रहती है। उन्होंने कहा कि
गरीब कन्याओं की शादी से बढक़र कोई काम नहीं है। संस्था द्वारा गरीब कन्याओं
की शादी करवाना इस संस्था का बहुत ही सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा
कि नैना चौटाला भी काफी गरीब कन्याओं की शादी करवा चुकी है। वह इस काम में
बढ़ चढक़र अपना सहयोग देती रहती हैं।
श्री चौटाला ने कहा कि सरकार
की ओर से भी गरीब कन्याओं की शादी के लिए शगुन जैसी योजनाएं चला रखी हैं।
लोगों को इन योजनाओं का भी फायदा उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उपायुक्त
से बात करके रेडक्रास की ओर से चलाई जा रही मुहिम में इस संस्था व अन्य
सामाजिक संस्थाओं को जोडक़र एक समूह बनावाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक कार्य
किए जा सकें। उन्होंने कहा कि प्राचीन समय में एक सती प्रथा थी जो एक दो
दशक से यह समाप्त हो चुकी है। इसको समाप्त करने में सामाजिक संस्थाओं का ही
अहम सहयोग रहा है।
उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे रक्तदान व
सामाजिक कार्यों में बढ़-चढक़र हिस्सा लें। उन्होंने कहा कि आकस्मिक
दुर्घटना व जरूरतमंद बीमार व्यक्ति के लिए रक्तदान के माध्यम से किया गया
एकत्रित रक्त जिंदगी के लिए वरदान साबित होता है। रक्त का कोई अन्य विकल्प
नहीं है इसलिए युवाओं को ऐसे आयोजनों में हमेशा आगे रहकर अन्य लोगों के लिए
प्रेरणा का स्रोत बनना चाहिए।
हरियाणा
युवा साथी ग्रुप के प्रधान टिंकू ने बताया कि इस संस्था में 500 युवा
जुड़े हुए हैं। संस्था की ओर से अब तक 52 रक्तदान कैंप लगाए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि संस्था की ओर से 43 गरीब कन्याओं के विवाह में सहयोग किया
गया है।