सोमवार को मानसून की पहली जबरदस्त बारिश हुई। करीब दो घंटे तक हुई इस मूसलाधार बारिश ने नगरपालिका और प्रशासन के तैयारियों के तमाम दावों की पोल खोल दी| पानी की उचित निकासी न होने से शहर में हर कहीं जल भराव हो गया। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीँ सरकार के आदेश के बावजूद भी प्रशासन ने स्कूलों का अवकाश नहीं करवाया। जिसके कारण स्कूली बच्चों को बारिश में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्कूल की छुट्टी के समय में हुई इस बारिश के कारण बच्चे भीगते हुए घर पहुंचे|
नारनौल शहर व आसपास के क्षेत्र में सोमवार को सावन की पहली जबरदस्त बारिश हुई। बारिश के कारण शहर में हर कहीं जलभराव की स्थिति बन गई। शहर के मुख्य बाजार में पानी नदी की तरह बह रहा था। वहीं अन्य इलाकों में भी काफी देर तक पानी जमा रहा। नारनौल शहर में करीब एक बजे बारिश का दौर शुरू हुआ था जो देर सायं तक जारी रहा।
सरकार ने बारिश के रेड अलर्ट के चलते जिला प्रशासन को यह आदेश दिए थे कि वे बरसात के अनुसार अपने-अपने जिलों के स्कूलों की सोमवार की छुट्टी घोषित कर दें। जिसके चलते प्रदेश के 8 जिलों में प्रशासन ने छुट्टी घोषित कर दी थी, लेकिन जिला महेंद्रगढ़ में प्रशासन द्वारा अवकाश की कोई घोषणा नहीं की गई। जिसका खामियाजा नन्हे-मुन्ने बच्चों को भुगतना पड़ा। स्कूलों की छुट्टी के समय हुई इस जबरदस्त बरसात की वजह से स्कूल से घर लौट रहे बच्चों को काफी परेशानी हुई तथा करीब 2 घंटे लेट तक बच्चे स्कूल से घर पहुंचे।
गलियां बन गई तालाब:
सोमवार को नारनौल क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के बाद शहर की गलियां तालाबों में तबदील हो गई। जिसके चलते शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। भारी बारिश के कारण स्थानीय नगर परिषद, पार्क गली, महता चौक, सेन चौक, रेजांगला चौक, नागरिक अस्पताल, नई मंडी, अनाज मंडी, लोहा मंडी, रेलवे मार्ग, सब्जी मंडी, पुल बाजार व रेलवे अंडरपासों में करीब एक फीट से पांच फीट तक पानी जमा हो गया। जिसके कारण वाहन चालकों विशेषकर दो पहिया चालकों को भारी परेशानी हुई, उनके वाहन पानी में ही बंद हो गए| कुछ फोर व्हीलर वाहन भी पानी के फंस गए। शहरवासियों ने नगर परिषद पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कहा कि नपा ने बरसात को देखते हुए पुख्ता इंतजाम नहीं किए। जिसके चलते उनको घरों व मकानों में पानी घुसने का डर सताने लगा है। उन्होंने बताया कि शहर की ऐसी कोई गली नहीं बची जिसने तालाब का रूप धारण नहीं किया हो।
फसलों को होगा फायदा, किसान खुश:
पिछले तीन दिन से क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी के बाद आज हुई भारी परेशान ने किसानों के खेतों को लबालब पानी से भर दिया है। किसानों का कहना है कि मानसून की पहली बरसात अच्छी हुई है। इससे उनके खेतों में खड़ी कपास व बाजरे की फसल को फायदा पहुंचा है। उन्होंने बताया कि पांच दिन पूर्व उनकी कपास व बजारे की फसल मुरझाने लग गई थी। अब अच्छी बारिश होने से फसलों को लाभ होगा|