जिले के सभी विभागों, बोर्डों, निगमों सहित अन्य संस्थानों के लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का 5 जुलाई को शुरू हुआ अनिश्चिकालीन धरना आज भी जारी रहा। कर्मचारी समीक्षा के आधार पर वेतनमान 35400 निर्धारित करने की मांग कर रहे हैं| कर्मचारियों के धरने पर आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व जज राकेश यादव ने पहुँचकर मांग का समर्थन करते हुए सहयोग का वायदा किया|
मंगलवार को मंच का संचालन सुरेश राजपूत ने किया। उन्होंने कहा कि हम हरियाणा सरकार को बता देना चाहते हैं कि यदि मांग को पूरा नहीं किया गया तो भारतीय मजदूर संघ हरियाणा की सभी इकाइयां इस आंदोलन में बढ़ चढ़ कर भाग लेगी, लिपिक भीख नही मांग रहे है वो अपना अधिकार मांग रहे हैं, उन्हें उनका अधिकार मिलना चाहिए।
आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व जज राकेश यादव ने कर्मचारियों के धरना पर पहुँचकर लिपिकों की मांग का समर्थन किया और आश्वासन दिया कि कांग्रेस की सरकार बनते ही कमचारियों की सभी मांगों को मंजूर किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कह चुके हैं कि पुरानी पेंशन को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इतने कम वेतनमान में लिपिकों का गुजारा असंभव है। हम इस आंदोलन में उनके साथ हैं।
राज्य महामंत्री अमित कुमार ने बताया कि सन् 1957 लिपिक का वेतनमान 60-175 होता था। उस समय एम.पी.एच.डब्ल्यू व जेबीटी का वेतनमान 60-120 मिलता था। जूनियर इंजीनियर को 60-170 तथा डिप्टी रेंजर को 60-175 वेतनमान निर्धारित था। 2016 के वेतन आयोग में लिपिक का वेतनमान 19900 निर्धारित किया गया हैं तथा एम.पी.एच.डब्ल्यू, जेबीटी, जूनियर इंजीनियर व डिप्टी रेंजर का वेतनमान 35400 निर्धारित किया गया हैं। सरकार द्वारा लिपिक व अन्य वर्ग के वेतनमान में चार पे-स्केल का अंतर कर दिया गया हैं। सरकार द्वारा कार्य समीक्षा के आधार पर वेतनमान नहीं दिया जा रहा हैं।
प्रधान दिनेश ने बताया कि राज्य प्रधान विक्रांत तंवर के आह्वन पर 12 जुलाई को हमारे देश के वीर जवानों के लिए धरनास्थल पर लिपिकीय वर्ग द्वारा ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाएगा।
लिपिकों की माँग को आम आदमी पार्टी के नेता डॉ मनीष और हसला के प्रधान में भी अपना-अपना समर्थन दिया|