गांव भुंगारका के सरपंच के पक्ष में आज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद उन्होंने एक ज्ञापन भी एसपी को सौंपा। जिसमें उन्होंने गांव के सरपंच के खिलाफ लगाई गई धारा 307 को समाप्त करने व सरपंच की ओर से दी गई शिकायत पर दूसरे पक्ष के खिलाफ लगाई गई धारा के अधीन दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है।
गौरतलब है कि गांव भुंगारका में गत 20 जुलाई को पंचायत भवन के पास अवैध कब्जे को हटाने के दौरान गांव के सरपंच और कुछ ग्रामीणों के बीच कहासुनी हो गई थी। इसमें दो राउंड गोली भी चली थी। एक गोली गांव के लक्ष्मीनारायण नाम के व्यक्ति को लगी थी। जिसके बाद पुलिस ने लक्ष्मीनारायण की शिकायत पर गांव के सरपंच के खिलाफ आर्म्स एक्ट व विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं इस मामले में पुलिस की ओर से धारा 307 भी लगाई गई है। ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस द्वारा लगाई गई धारा 307 गलत है। जिसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। ग्रामीणों ने बताया कि वहां पर पहले से मौजूद 10 से 12 व्यक्तियों ने सरपंच पर अचानक लाठी-डंडों से हमला कर दिया था। जिसकी पूरी वीडियो क्लिप भी कब्जा धारियों के घर लगे सीसीटीवी कैमरों के डीवीआर में रिकार्ड हो गई। जो पुलिस के पास है। यह क्लिप सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है। इस वीडियो क्लिप में पूरी स्थिति स्पष्ट है कि किस प्रकार सरपंच को नीचे पटक कर लाठी से मारा जा रहा था। वहीं सरपंच की लाइसेंसी रिवाल्वर गोली चलाई गई थी। रिवाल्वर भी उन्हीं के कब्जे से बरामद हुई है तथा सरपंच का मोबाइल भी उन्हीं के पास है। वहीं एक सोने की चेन भी उनके पास ही है। ज्ञापन में मांग की गई है कि दोषियों के खिलाफ धारा 379 के तहत मामला दर्ज हो गया है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसलिए दूसरे पक्ष के लोगों को भी गिरफ्तार किया जाए। वहीं सरपंच के खिलाफ लगी धारा 307 को समाप्त किया जाए। इस मौके पर महिलाओं सहित गांव के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।