एसडीएम मनोज कुमार की अध्यक्षता में गत दिवस जिला के नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने दोनों केंद्रों पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया| इसके साथ ही उन्होंने वहां मौजूद लोगों से भी बातचीत की। इस दौरान उनके साथ सिविल सर्जन रमेश चंद्र आर्य और जिला समाज कल्याण अधिकारी अमित शर्मा भी उपस्थित थे।
एसडीएम ने सरकारी अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण करते हुए दवाओं का रिकॉर्ड भी चेक किया। इस अवसर पर सिविल सर्जन रमेश चंद्र आर्य ने कहा कि नागरिक अस्पताल स्थित नशा मुक्ति केंद्र में जो स्टाफ़ की कमी है, उसे इसी सप्ताह पूरा कर दिया जाएगा। एक सप्ताह के अंदर-अंदर नशा मुक्ति केंद्र में आवश्यक स्टाफ़ की पूर्ति की जाएगी और नशामुक्ति के लिए मरीज को एडमिट किया जाएगा। इसके अलावा कमेटी ने जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा चलाए जा रहे दूसरे नशा मुक्ति के अंदर निरीक्षण किया। इस दौरान एसडीएम ने केंद्र के इंचार्ज को विशेष दिशा निर्देश भी दिए गए।
जिला कमेटी के सदस्य जिला समाज कल्याण अधिकारी अमित शर्मा ने बताया कि जिला स्तर पर बनी हुई कमेटी द्वारा प्रत्येक तिमाही पर इन नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आज नशा मुक्ति केंद्र में 6 रोगी भर्ती थे। श्री शर्मा ने बताया कि जिला में इन दोनों केंद्र पर कोई भी नागरिक नशा छुड़वाने के लिए दाखिल हो सकता है। यहां पर बिल्कुल मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है। उन्होंने बताया कि सरकार का मकसद है कि युवा नशे जैसी बुराई से दूर रहें। अगर कोई युवा भटक कर इस बुराई की तरफ आ गया है तो उसे मुख्यधारा में लाया जाए। इसी उद्देश्य से यह नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं। उपायुक्त खुद इस मामले में समय-समय पर बैठक लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी देती है।
इस अवसर पर सरकारी अस्पताल के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ अनिल यादव तथा नशा मुक्ति केंद्र के इंचार्ज रोहतास रंगा के साथ ही अन्य लोग भी उपस्थित थे।