नारनौल, 06 जुलाई (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
अटेली के तीन युवकों को ओएलएक्स पर सिक्योरिटी गार्ड की जॉब के लिए आवेदन करना महंगा पड़ गया। गार्ड बनने की जगह वे खुद ही साइबर फ्रॉड करने वालों के चंगुल में फंस गए| सिक्योरिटी गार्ड की जॉब देने के बहाने ठगी करने वाले ने तीनों युवाओं की बैंक की पासबुक, चेक बुक और एटीएम कार्ड ले लिए तथा उनके खातों में फ्रॉड ट्रांजेक्शन करने लगे। जब इसकी जानकारी तीनों युवाओं को लगी तो उन्होंने अपना अकाउंट बंद करवाया। वही इस बारे में उन्होंने पुलिस में भी शिकायत की है। जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस को दी शिकायत में अटेली थाना अंतर्गत आने वाले गांव सिलारपुर के अश्वनी ने बताया कि गत दिनों उसके दोस्त सिलारपुर निवासी प्रवीण ने बताया कि ओएलएक्स एप पर सिक्योरिटी गार्ड की जॉब का विज्ञापन देखा है। उसके पास कॉल भी आई है तथा वह व्यक्ति अपने आपको जयपुर निवासी राहुल बता रहा है। राहुल ने उनको बताया कि वह सिक्योरिटी गार्ड की जॉब प्रोवाइड करवाते हैं। अगर जॉब करना चाहते हैं तो 16000 रुपए हर महीने सैलरी मिलेगी। इसके लिए आपको एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवाना पड़ेगा। उन दोनों ने उसकी बात मान कर दुलोट अहिर निवासी अपने दोस्त आशु को भी इसके बारे में बताया।
तीनों ने मिलकर एचडीएफसी बैंक में खाता खुलवा दिया। इसके बाद प्रवीण के पास मैसेज आया कि तीनों को एचडीएफसी बैंक से जो किट मिली है, वह किट पासबुक, चेक बुक व एटीएम लेकर अलवर बस स्टैंड के पास आ जाओ ये सब स्कैन होगी। इसके बाद उन्होंने अलवर जाकर एक व्यक्ति को किट दे दी।
कुछ दिनों बाद बैंक से सूचना मिली थी उनके खाते से फ्रॉड हो रहा है। वह अपने खातों को बंद करवाएं। इस पर उन्होंने अपने खातों को बंद करवाया। अश्वनी ने बताया कि सिक्योरिटी गार्ड लगवाने के नाम पर उनके पास से बैंक के सारे डॉक्यूमेंट लेकर उनके खाते से फर्जी ट्रांजैक्शन करने लग गए थे। इस दौरान उन्होंने खाते में दिए गए उनके नंबर भी बदल दिए थे जिसके कारण उनके पास मैसेज भी नहीं आ रहा था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 406 व 420 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।