ग्रामीण चौकीदार संगठन हरियाणा सम्बन्धित एआईयूटीयूसी व हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच के बैनर तले ग्रामीण चौकीदारों ने सोमवार को खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय नांगल चौधरी परिसर में एकत्रित होकर ब्लाक प्रधान अशोक कुमार की अध्यक्षता में धरना दिया व सभा करके मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन ब्लाक कार्यालय के लेखाकार को सौंपा।
धरने को सम्बोधित करते हुए जिला प्रधान सुरेश चन्द नंगली ने कहा कि ग्रामीण चौकीदार गांवों के सजग प्रहरी हैं तथा सरकार की आंख-कान हैं। गाँवों में आपसी भाईचारा बनाए रखने की ग्रामीण चौकीदार महत्वपूर्ण कड़ी है। लेकिन ग्रामीण चौकीदारों के मानदेय में वर्ष 2018 से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। ग्रामीण चौकीदारों ने फरवरी माह में भी एक सप्ताह का धरना व जेल भरो आंदोलन के तहत अपनी गिरफ्तारियां देकर सरकार से ग्रामीण चौकीदारों की न्यायसंगत मांगों को स्वीकार करने का आग्रह किया था, लेकिन चार महीने बीत जाने के बाद भी ग्रामीण चौकीदारों की वाजिब मांगों को स्वीकार नहीं किया गया, जिससे ग्रामीण चौकीदारों में रोष है। इसलिए अब बाध्य होकर लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगे सरकार तक पंहुचाने के लिए चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन की शुरुआत की है। आन्दोलन की इस कड़ी में आज नांगल चौधरी ब्लाक पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन हरियाणा सरकार को भेजा गया। इसी कड़ी में चार जुलाई को निजामपुर ब्लाक कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जाएगा।
हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच के राज्य महासचिव मास्टर सुबे सिंह ने कहा कि ग्रामीण चौकीदारों की न्यायसंगत मांगों को स्वीकार किया जाना चाहिए। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से मांग की गई है कि ग्रामीण चौकीदारों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, तब तक न्यूनतम वेतन रूपए 26000 दिया जाए, न्यूनतम वेतन लागू होने पर ही पीएफ कटोती की जाए, ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर एक्सग्रेसिया लाभ दिया जाए, सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन ग्रेच्युटी लागू की जाए, मृत्यु पंजीकरण की राशि वर्ष 2019 से वर्ष 2023 तक का भुगतान किया जाए।
धरने को जिला प्रधान सुरेश चन्द नंगली, सचिव महेन्द्र सिंह, ब्लाक प्रधान अशोक कुमार ,उप प्रधान गुगन राम, मलखान सिंह, जगदीश प्रसाद, जगमाल, बलजीत, प्रकाश, जगमाल ने सम्बोधित किया। सभा का संचालन ब्लाक सचिव देशराज ने किया। आज के धरना प्रदर्शन में जिला भर के अनेक ग्रामीण चौकीदार उपस्थित थे।