नारनौल से 7 किलोमीटर दूर स्थित महर्षि च्यवन की तपोभूमि ढोसी के पहाड़ पर सावन में आई सोमवती अमावस्या पर श्रद्दालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है| श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या अधिक है|
सावन का महिना भी चल रहा है और आज सोमवती अमावस्या है, इसलिए हर बार की तरह इस सोमवती अमावस्या पर भी ढोसी तीर्थ पर स्नान और मेले का आयोजन हो रहा है| किन्तु इस बार सावन में मेला होने के कारण भारी भीड़ मेले में पहुँच रही है|
लोगों का कहना है कि मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन की व्यवस्था उमड़ रही भीड़ के लिए पर्याप्त नहीं है और लोग अनियंत्रित तरीके से भारी संख्या में एक साथ सीढियों पर चढ़ रहे हैं, जिससे हादसा होने का भय बना हुआ है| तीर्थ की सीढियाँ लोगों से और ढोसी जाने वाला रास्ता वाहनों से ओवर क्राउडेड है|
गौरतलब है कि हर सोमवती अमावस्या को ढोसी तीर्थ पर मेला लगता है| लोग शिव कुंड और पहाड़ी की चोटी पर स्थित चन्द्रकूप में स्नान करते हैं| यहाँ महर्षि च्यवन का आश्रम भी बना हुआ है| ऐसे मान्यता है कि महर्षि च्यवन ने यहाँ तपस्या की थी और च्यवनप्राश का निर्माण पहली बार यहीं हुआ था|
सरकार जल्दी ही इस पहाड़ी पर रोप वे बनाने जा रही है, जिसके लिए प्रक्रिया चल रही है|