नांगल चौधरी के गुर्जर भवन में गुर्जर समाज के गणमान्य लोगों की एक बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता सरपंच खेताराम नंबरदार ने की। बैठक में भारतीय गुर्जर कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष सतीश रावत ने कहा कि पिछले दिनों 20 जुलाई को जिला कैथल में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण विधायक कैथल लीलाराम गुर्जर के द्वारा गुर्जर चौक पर किया था| जिसको लेकर राजपूत समाज ने विरोध जताते हुए गुर्जर समाज के लिए अभद्र टिप्पणी की तथा असभ्य भाषा में ब्यान देकर समाज को अपमानित किया है। हम गुर्जर समाज की ओर से निवेदन करना चाहते हैं कि अपनी वाणी पर संयम रखें तथा भाईचारे को बनाए रखें।
उन्होंने कहा कि गुर्जर समाज ने इस देश के लिए बहुत सारी कुर्बानियां दी हैं और जो असामाजिक तत्व अपने आप को अलग-अलग सेना बताकर डराने धमकाने की बात करते हैं, उनकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मर्यादा में रहे सोशल मीडिया पर किसी तरीके की बकवास न करें। उन्होंने कहा कि हमने सदैव सीने पर गोली खाई है चाहे वह 1857 की क्रांति हो, चाहे मुगल शासकों की बात करें या अशोक शासन की बात हो सदैव हमारे पूर्वजों इस देश के लिए बलिदान दिया है।
उन्होंने कहा कि सम्राट मिहिर भोज गुर्जर थे सारे तथ्य सबूतों के साथ हमने कई बार साबित किया है। इसके बावजूद इस मामले में अदालत जो भी फैसला करेगी उसको हम मान्य करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा अथवा गुर्जर शब्द से छेडख़ानी की कोशिश की तो भयानक अंजाम होंगे। वक्ताओं ने कहा कि गुर्जर समाज कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक एक है।
इस मौके पर ओमप्रकाश प्रधान, देशराज सरपंच, जगदीश गिरदावर, अभय सिंह चौधरी, राकेश प्रधान, भैरू गुर्जर, होशियार रावत, शेर सिंह कोच, धौलाराम गुर्जर व रामसिंह नेताजी समेत अनेक लोग मौजूद थे।