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    जैनपुर व मौसमपुर में महापंचायत कर प्रदूषण पीड़ितों ने माँगा 500 करोड़ का पैकेज

    नारनौल, 30 जुलाई (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)।
    नांगल चौधरी क्षेत्र में जिस तेजी से प्रदूषण और बीमारियाँ बढ़ रही हैं, उसी तेजी से लोगों में माइनिंग और क्रेशरों के खिलाफ रोष बढ़ रहा है| इसी का परिणाम है कि क्षेत्र में इंजी तेजपाल यादव की अगुवाई में महापंचायातों का दौर चल रहा है|
    आज नांगल चौधरी क्षेत्र के जैनपुर व मौसमपुर गाँवों में महापंचायतों का आयोजन किया गया| इससे पूर्व  खातोली जाट, धोलेडा, बीगोपुर, मेघोत बिंजा आदि गांवों में महापंचायत हो चुकी हैं| अब तक अकेले लड़ रहे तेजपाल के साथ अब क्षेत्र की जनता भी उठ खड़ी हुई है| 
    रविवार सुबह सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरणविद इंजी तेजपाल यादव की अध्यक्षता में क्रेशर व माइनिंग के खिलाफ दो महापँचायतों का आयोजन किया गया। महापंचायतों का संचालन पंचायत समिति के पूर्व सदस्य वेदप्रकाश कमानीया ने किया| महापंचायतो में गाँव जैनपुर में बुजुर्ग तोताराम पंच व मौसमपुर में बुलाराम हवलदार ने इंजी तेजपाल यादव को पगड़ी पहनाकर उनके संघर्ष के लिए सम्मानित किया। महापंचायतों के समापन पर गांव जैनपुर व मौसमपुर में लोगों ने सिर पर काली पट्टियाँ बांधकर सरकार के खिलाफ भारी रोष प्रकट करते हुए जमकर नारेबाजी की। 
    महापंचायात को संबोधित करते हुए इंजी तेजपाल यादव ने कहा कि सरकार आज हमारे क्षेत्र का सब कुछ लूटकर हमें ही क्रेशर व माइनिंग के माध्यम से बीमारियाँ बाँट रही है। उन्होंने हरियाणा सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनजीटी में तेजपाल वर्सेज स्टेट ऑफ हरियाणा केस में विगत में सौंपी गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि आज महेंद्रगढ़ जिले में सिर्फ वायु प्रदूषण से जनित जानलेवा बीमारियों जैसे टीबी, दमा, अस्थमा, सिलिकोसिस से प्रतिवर्ष 42 हजार लोग तिल तिल कर मरने को मजबूर हैं। 
    उन्होंने 2019 में एनजीटी की टीम की जाँच द्वारा जैनपुर क्रेशर जोन में स्टोन क्रेशरों को अवैध रूप से कृषि ट्यूबवेलों से पानी लेने पर उनपर लगाई सील व उस समय क्रेशरों पर हुई कारवाई पर बोलते हुए कहा कि आज हमारा नांगल चौधरी क्षेत्र डार्क जोन और डार्क जोन में भी जल स्तर के हिसाब से सबसे खराब श्रेणी "अत्यधिक शोषित क्षेत्र" में आता है। हमारे क्षेत्र के कुंओं से ही औद्योगिक उद्देश्य से क्रेशरों के लिए अत्यधिक मात्रा में अवैध जल दोहन किया जाता हैं, क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनो को लूटकर हमें ही बीमारियां सौंपी जा रही है। उन्होने अरावली के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि अरावली की पहाड़ियाँ सूखी व अत्यधिक हानिकारक तेज हवाओं के लिए एक प्राकृतिक बाधा का काम करती है जो चक्रवात जैसी स्थिति से निपटने में सहायक होती है और अरावली मरुस्थलीकरण रोकने में व पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में अहम योगदान देती है। जिन्हें सरकार खत्म करवा रही है|
    उन्होंने कहा कि आज अरावली पर्वतों व अरावली वन को उजाड़कर खुलेआम नांगल चौधरी क्षेत्र के गाँव गाँव में खनन की लीज दी जा रही है। उन्होने बिहारीपुर गाँव में खुलने जा रही लीज पर बोलते हुए कहा कि नांगल चौधरी क्षेत्र में पहले ही इतनी ज्यादा खनन की लीज व भारी संख्या में आबादी के पास लगते क्रेशर मौजूद हैं जिससे हो रहे प्रदूषण से ये हल्का बीमारू हल्का बनता जा रहा है और ऊपर से वर्तमान में अब भी खनन के लिए खुलती लीज की वजह से यहाँ गाँवों को शहर की तरफ पलायन करना पड़ेगा। उन्होने पत्थर खनन के लिए हैवी ब्लास्टिंग व उससे उत्पन्न स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं पर बोलते हुए कहा कि सैंकड़ो फुट नीचे पत्थर खनन में ब्लास्टिंग के लिए अमोनियम नाइट्रेट (एक्सप्लोसिव) का प्रयोग किया जाता है, बाद में वो कैमिकल यहाँ के भूमिगत जल में मिलकर बहुत तरह की बीमारियाँ पैदा करता है। 

    इंजीनियर तेजपाल यादव ने कहा कि नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव गांव में खुलती पत्थर की लीज और जगह-जगह पर खुलते क्रेशर से भारी राजस्व कमाकर सरकार पूरे हरियाणा का खजाना सिर्फ नांगल चौधरी से भर रही है और बदले में नांगल चौधरी क्षेत्र के लोगों को सिर्फ बीमारियां ही मिलती है| उन्होंने कहा कि जब हमारे प्राकृतिक संसाधनों जल, जंगल, जमीन की लूट इस सरकार द्वारा की जा रही है, तो इसकी भरपाई के लिए नांगल चौधरी क्षेत्र के लिए विशेष रूप से 500 करोड़ का पर्यावरणीय विशेष पैकेज भाजपा सरकार को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ये विशेष पैकेज नांगल चौधरी क्षेत्र के लोगों के लिए कोई भीख नहीं, जबकि उनका हक व अधिकार है| क्योंकि ये पैकेज यहाँ के पर्यावरण संतुलन बनाए रखने, भारी मात्रा में पेड़ पौधे लगाने, लोगों के स्वास्थ्य खराब होने के चलते उनको मुआवजा देने संबंधी समस्याओं के समाधान व इलाके के चहुँमुखी विकास के लिए कारगर होगा!
    गांव मौसमपुर की महापंचायत में गांव के ही एक युवक विजेंद्र व वेदप्रकाश कमानिया ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तेजपाल भाई हमारे लिए पिछले 6 साल से अपनी जान तक की परवाह किए बगैर क्रेशर माफिया, अवैध खनन माफिया के खिलाफ इतनी लंबी व निर्णायक लड़ाई लड़ रहा है। तो हम लोगों का कर्तव्य बनता है कि हम लोग एकजुट होकर भाई तेजपाल इंजीनियर की पीठ बनने का काम करें और उनके हर आंदोलन में अपनी अग्रिम भूमिका निभायें।
    गौरतलब है कि सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरणविद् इंजीनियर तेजपाल यादव पिछले 6 साल से नांगल चौधरी क्षेत्र में अंधाधुंध लगते स्टोन क्रेशर और उनसे हो रहे भारी पर्यावरण प्रदूषण के खिलाफ लंबी सामाजिक व कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हाल ही में अभी जनवरी 2023 में उनकी याचिका "तेजपाल वर्सेस स्टेट ऑफ हरियाणा" पर महेंद्रगढ़ व चरखी दादरी जिले के सभी क्रेशरों पर न्यूनतम 20 लाख रुपए प्रति क्रेशर के हिसाब से 70 करोड का भारी-भरकम जुर्माने का आदेश भी हुआ था| इस आदेश पर अमल न होने के चलते उन्होंने नई लड़ाई छेड़ दी है। विगत में उनकी याचिका पर महेंद्रगढ़ जिले के 72 स्टोन क्रेशरों के बंद करने के ऐतिहासिक आदेश भी माननीय एनजीटी से हो चुके हैं। अब वे हरियाणा सरकार व प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा जन आंदोलन करने के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं और उसी के चलते चरणबद्ध तरीके से गांव-गांव में महापंचायतें कर रहे हैं।
    इस मौके पर गाँव कमानीया से पूर्व पंचायत समिति सदस्य वेदप्रकाश, खातोली से रामबिलास, रोहताश, सूबेदार लालाराम, मनोज, लालाराम हवलदार, जगदीश जागेदार, गांव जैनपुर से देशराज सरपंच, कपिल जैनपुर,भजन लाल जैनपुर, महेन्द्र नाड़ नेताजी, भजनलाल जैनपुर, अशोक ठेकेदार,भीम पंच, भगवाना राम गुरुजी, तोताराम पंच, महेन्द्र सिंह, ग्यारसी लाल, रामानंद, रतिराम सुबेदार, रामसिंह टेलर , सुरेश ठेकेदार, रामकुमार नम्बरदार, बाबुलाल दुकानदार, रामनिवास चेयरमैन, कैलाश ठेकेदार, सुमेर प्रधान, तेजपाल, रामसिंह जैनपुर,भेहराम पंच, दाताराम चनिजा ,रमेश चंद, रोहिताश, राजेश गुर्जर और मौसमपुर गाँव से बालकिशन वर्तमान सरपंच, भूप सिंह पूर्व सरपंच, विजेंद्र क्लर्क, हीरालाल पंच, बुलाराम हवलदार, केताराम हवलदार, गूगन राम चौकीदार, रामकिशन, सुनील, महेश गुर्जर, कैलाश नेता आदि गणमान्य लोग व काफी संख्या में महिलाएँ उपस्थित थी

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