शनिवार/रविवार की रात को जिला पुलिस द्वारा सीलिंग प्लान के तहत नाकाबंदी करके वाहनों की जांच की गई। सीलिंग प्लान के तहत जिला में विभिन्न स्थानों पर विशेष नाकाबंदी करके वाहनों की गहनता से जांच की गई। सीलिंग प्लान किसी भी आपात स्थिति से निपटने व अपराध को अंजाम देकर भागने वाले अपराधियों को पकडऩे व अपराधों की रोकथाम हेतु तुरंत कार्रवाई के लिए जिला पुलिस द्वारा किया जाता है।
सीलिंग प्लान के अनुसार जिला में कुल 35 स्थानों पर नाके लगाए गए और पीसीआर-राइडरों पर पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया गया और चैकिंग व जांच की व्यवस्था की गई थी। जिला पुलिस में तैनात अधिकतम पुलिसकर्मियों को नाका ड्यूटी पर लगाया गया था। चेकिंग पार्टियों ने टू व्हीलर, फोर व्हीलर, हल्के वाहन व भारी वाहनों की गहनता से जांच की गई। इस सीलिंग प्लान के दौरान नाकाबंदी करके वाहनों को चेक किया गया तथा यातायात के नियमों के उल्लंघन करने वाले 237 वाहनों के चालान काटे गए और साथ ही 93 पर्चा अजनबी भी काटे गए। अनजान तथा बाहर से आने वालों की पहचान के लिए पर्चा अजनबी जारी किए।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सीलिंग प्लान का उद्देश्य जिला के आम नागरिकों को सुरक्षा, अपराधों की रोकथाम व किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए चलाया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस की उपस्थिति से आम आदमी के मन में पुलिस व कानून के प्रति विश्वास बढ़ता है और सडक़ पर होने वाला अपराध भी रुकता है। सीलिंग प्लान के अन्तर्गत पुलिस अधीक्षक ने पर्यवेक्षण अधिकारियों, प्रबंधक थाना, पुलिस चौकी व अपराध यूनिट्स के इंचार्जों को निर्देश दिए हुए हैं कि वह भविष्य में सूचना मिलते ही अपने-अपने क्षेत्र में तुरंत प्रभाव से कार्रवाई करते हुए सीलिंग प्लान के अनुसार कार्य करें। जिससे अपराधों की रोकथाम की जा सके और अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार कर किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।