• Breaking News

    जर्जर भवन में चल रहा प्ले स्कूल, न बिजली, न पानी

    नारनौल, 28 जून (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
    नारनौल में पिछले एक वर्ष से महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित प्ले स्कूल जर्जर भवन में चल रहा है। इस भवन में छोटे बच्चों के लिए पंखे तो दूर बिजली तक नहीं है। ना ही पीने के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था है। इतना ही नहीं यह भवन बरसात में टपकता है और बच्चों को जीव जंतुओं के काटने का खतरा लगातार बना रहता है। लेकिन एक साल से इस ओर किसी का ध्यान नहीं है|
    हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में आंगनवाड़ी केंद्र खोले गए हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में छोटे बच्चों की देखभाल की जाती है व पौष्टिक आहार भी दिया जाता है। नारनौल शहर में भी आंगनवाड़ी केंद्र चल रहे हैं। इन्हीं आंगनबाड़ी केंद्रों में से कुछ आंगनवाड़ी केंद्रों को सन 2022 में प्ले स्कूल का दर्जा दिया गया था। जिनको चलते हुए एक वर्ष से अधिक समय हो गया है लेकिन इसके बावजूद इनमें बाल अधिकारों का स्पष्ट रूप से हनन हो रहा है।
    प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर 10 मोहल्ला राव का नारनौल में भी महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अप्रैल 2022 में आंगनबाडी केन्द्र को प्ले स्कूल में तब्दील किया गया था। जिसका भवन जर्जर अवस्था में है, छत से चूना गिरता है तथा बरसात में टपकता भी है। इस प्ले स्कूल में केवल एक कमरा है जिसमें पंखा तो दूर बिजली ही नही है। भयंकर गर्मी में बच्चों को रामभरोसे छोड़ा हुआ है।
    इस बारे में जिला बाल कल्याण समिति ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में अभी आया है। हरियाणा राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग पंचकूला से इस प्ले स्कूल के भवन का निरीक्षण करने बारे 22 जून को एक आदेश प्राप्त हुआ है। इन आदेशों के अनुपालना में जिला बाल कल्याण समिति के सदस्यों द्वारा 24 जून को उक्त प्ले स्कूल में जाकर निरीक्षण किया गया। समिति ने निरीक्षण के दौरान पाया कि यह भवन जर्जर अवस्था में है जो कि बच्चों के लिए असुरक्षित है, यहां पर बच्चों के लिए स्वच्छ जल की व्यवस्था भी नहीं है ना ही पंखे और बिजली है। 
    सवाल यह उठता है कि इस भवन में प्ले स्कूल चलाने की अनुमती किसने दी। इस समिति में कौन-कौन अधिकारी शामिल थे जिन्होंने अपनी स्वीकृति प्रदान की। इससे भी अहम सवाल यह है कि पिछले एक वर्ष से बाल अधिकारों का हनन होता रहा और संबंधित विभाग आंख मुंदे मूक दर्शक क्यों बना रहा? अब देखना यह है कि उक्त अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध क्या बड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाती है।

    Local News

    State News

    Education and Jobs