अपनी मांगों को लेकर कार्यकारी अभियन्ता, अटेली से मिलने आई यूनियन के प्रधान व अभियन्ता के ड्राईवर के बीच कहासुनी हो गई| धीरे-धीरे विवाद इतना बढ़ा की पुलिस बुलानी पड़ी। स्वयं थाना प्रभारी संतोष कुमार ने मौके पर पहुंच कर कार्यकारी अभियन्ता से झगड़े का कारण जाना।
थाना प्रभारी ने दोनों कर्मचारियों से कहा कि यदि वे राजीनामा करके मामला निपटाना चाहते हैं तो, उनके पास दो मिनट का समय है। इसके बाद शिकायत अनुसार कार्यवाही करेंगे। उसी दो मिनट में एक कर्मचारी ने गलती मान ली और दूसरे ने उसे माफ कर दिया तथा मामला समाप्त हो गया।
कार्यकारी अभियन्ता सूर्यकान्त ने बताया कि मुद्दा कोई विशेष नहीं था। जिस काम की बात यूनियन नेता कह रहे थे, वे अधिकतर पहले ही किये जा चुके हैं| कुछ कामों के लिए पहले ही सम्बंधित अधिकारियों को लिखा हुआ है। यूनियन की समस्या का समाधान कर दिया गया है। गौरतलब है कि कर्मचारी यूनियन अपनी कुछ मांगों को लेकर कार्यकारी अभियन्ता के कार्यालय पहुंचे।
कर्मचारी यूनियन का कहना है कि कर्मचारियों की तीन माह से सैलरी नहीं दी जा रही है। इसको दिलाया जाए। एचके आरएन में कार्यरत कर्मचारियों का ईपीएफ व ईएसआई का भुगतान पूरा नहीं किया गया है। एचकेआरएन कर्मचारियों को सैल, साबुन व पहचान पत्र बनाकर दिये जाएँ। सभी साईटों पर बिजली फिटिंग करवाई जाए। जर्जर भवन में चल रहे बुस्टर के भवनों की मरमत करवाई जाए।