स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय नारनौल के रेड रिबन क्लब के प्रागंण में नशा मुक्ति एवं इसके अवैध व्यापार पर सेमीनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सिविल सर्जन डा. रमेश चंद्र आर्य ने मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डा. पूर्ण प्रभा ने की।
सिविल सर्जन डा. रमेश चन्द्र आर्य ने बताया कि चिट्टा एक तरह से ड्रग्स है जो काफी खतरनाक है। ड्रग्स के नशे में गोली, कैप्शूल, इन्जेक्शन, पाऊडर आते हैं। यह नशा इंसान के शरीर व दिमाग को नुकसान पहुंचाता है एवं जान लेवा साबित होता है। उन्होंने कहा कि नशा किसी भी रूप में नहीं करना चाहिए। युवाओं को भविष्य का ध्यान रखते हुए केवल अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान रखना चाहिए।
इस मौके पर उप सिविल सर्जन टीबी एवं एचआईवी एड्स नोडल अधिकारी डा. हर्ष चौहान ने बताया कि हमारे जिले में नशा का कारोबार अभी नहीं है फिर भी यदि कोई ऐसा करता देखे तो कोई भी युवा पुलिस या अपने कालेज प्राचार्य को इसकी सूचना अवश्य दें ताकि हमारे जिले को नशा से मुक्त रखा जा सके। उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल में नशा छुड़ाने व इसकी रोकथान के लिए पूरे प्रबंध हैं।
इस मौके पर रेड रिबन क्लब नोडल अधिकारी डा. चन्द मोहन ने सभी युवाओं से नशे से दूरी बनाकर रखने, किसी प्रकार का जिन्दगी में तनाव नहीं रखने एवं कोई समस्या हो तो अपने माता-पिता को बताएं वो ही उसका समाधान कर सकते हैं।
प्राचार्य डा. पूर्ण प्रभा ने बताया कि हमारी भाग-दौड़ भरी जिंदगी में कई बार मानसिक तनाव भी आते हैं लोग उस से राहत पाने के लिए नशा का प्रयोग करते हैं। तनाव को दूर करने के लिए नशे का प्रयोग ना करके समस्या का समाधान निकालने का तरीका निकालें। नशा किसी समस्या व तनाव का समाधान नहीं है। हमें हमेशा नशे से दूर ही रहना चाहिए।
इस अवसर पर रेड रिबन क्लब में साल भर अच्छा काम करने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया। सभी को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई, नाटक प्रस्तुत किए गए एवं मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंत में एड्स जागरुकता रैली भी निकाली गई।
इस मौके पर डीपीएस रविन्द्र एवं कॉलेज का स्टाफ सदस्य मौजूद था।