मिड डे मील कार्यकर्ता यूनियन संबंधित एआईयूटीयूसी के ब्लाक महेन्द्रगढ़ की मीटिंग आज जिला प्रधान सुनीता जांगड़ा की अध्यक्षता में स्थानीय सिंघाणा मार्ग स्थित हुड्डा पार्क में हुई। मीटिंग का संचालन जिला सचिव सन्तोष यादव ने किया।
मीटिंग में उपस्थित मिड डे मील कुक कम हैल्पर्स ने लम्बित मांगों को अभी तक लागू नहीं किए जाने पर रोष जाहिर किया। जिला प्रधान सुनीता जांगड़ा व जिला सचिव संतोष यादव ने प्रमुख मांगों के बारे में बताते हुए कहा कि कुक कम हैल्पर की प्रमुख मांगों में मिड डे मील कुक कम हैल्पर को नियमित किया जाए, न्यूनतम वेतन रुपये 26000 लागू किया जाए, ग्रीष्म कालीन अवकाश छुट्टियों का वेतन न काटकर पूरे साल का वेतन दिया जाए, 15 बच्चों पर एक कुक कम हैल्पर लगाया जाए, बच्चों की संख्या कम होने या स्कूल बंद होने की स्थिति में कुक कम हैल्पर को समायोजित किया जाने, ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर परिवार को एक्सग्रेसिया का लाभ देने, रिटायरमेंट पर एकमुश्त पांच लाख की राशि देने, वर्दी की राशि दो हज़ार रुपए करने, इस साल की वर्दी का भुगतान जारी करने, वेतन हर माह की पहली तारीख को भुगतान करने जैसी मांगों को लेकर 16 जून से लघु सचिवालय नारनौल में प्रात: 11 बजे से अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
सर्व सम्मति से लिए गए निर्णय की जानकारी देते हुए जिला सचिव संतोष यादव ने कहा कि हम बेहद गरीब परिवारों से मामूली मानदेय पर स्कूलों में नौनिहालों को खाना बनाकर खिलाने का काम करती है, परन्तु हमें ना तो नियमित किया गया और ना ही न्यूनतम वेतन दिया जा रहा, मामूली मानदेय भुगतान भी समय पर नहीं मिलता इसलिए हम बाध्य होकर आंदोलन का रास्ता अख्तियार करते हुए 16 जून से लघु सचिवालय नारनौल में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे।
मिड डे मील यूनियन की उप प्रधान सुमित्रा ने कहा कि हमें साल में 10 महिने का ही वेतन दिया जाता है, छुट्टियों का दो महिने का वेतन काटे जाने से हमारे सामने इन दो महिनों में परिवार को चलाना मुश्किल हो जाता है। इन दो महिनों में हम कोई और काम भी नहीं कर सकते अत: साल में 10 महिने का वेतन देना किसी भी नजरिये से न्यायसंगत नहीं है।
हरियाणा संयुक्त कर्मचारी मंच के राज्य महासचिव मास्टर सुबे सिंह ने कहा कि मिड डे मील कुक कम हैल्पर केन्द्र व राज्य सरकार की पोषाहार नीति को लागू कर नौनिहालों को कुपोषण से बचाने का सराहनीय कार्य कर रही है। कुक कम हैल्पर बेहद गरीब परिवारों से हैं, और इनकी आजीविका व जीवन यापन का यही एकमात्र स्रोत है, इसलिए कुक कम हैल्पर की मांगों को स्वीकार किया जाना ही कुक कम हैल्पर के कार्य का सच्चा सम्मान होगा। मीटिंग को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के जिला उप प्रधान मुकेश कुमार यादव, सतीश जांगड़ा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर शारदा, शकुन्तला, निशा, मेनका, सरला, मंजू, कृष्णा, मूर्ति, सरिया सहित अनेक मिड डे मील कार्यकर्ता कुक कम हैल्पर उपस्थित थे।