नारनौल, 18 जून (हरियाणा न्यूज़ ब्यूरो)
गांव अमरपुर जोरासी की पंचायत ने करीब 45 साल बाद अपनी ज़मीन को अवैध कब्ज़े से मुक्त करवाकर बड़ा काम किया है। सरपंच हरिराम उर्फ कल्लू ने पंचायत की जमीन से अवैध कब्जों को हटवाने के लिए प्रशासन से संपर्क किया और पैमाइश करवाकर पंचायत की 110 एकड़ भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त करवाया है। इस कार्य में पंचायत का बीडीओ. प्रमोद कुमार, ग्राम सचिव बिशनदयाल, गिरदावर अशोक कुमार व लक्ष्मण शर्मा आदि ग्रामीणों का सहयोग मिला|
बीडीओ प्रमोद कुमार के अनुसार जोरासी गांव में कोरियावास, जोरासी, बसीरपुर, टहला एवं मुकुंदपुरा के लोगों की जमीन पड़ती है। इन जमीनों के मालिक किसानों एवं काश्तकारों ने अपनी जमीनों के साथ साथ पंचायत की भूमि पर भी अवैध कब्जा किया हुआ था। गांव के सरपंच हरिराम उर्फ कल्लू ने पिछले दिनों जिला प्रशासन को एक पत्र सौंपकर ग्राम जोरासी की पंचायती भूमि की पैमाइश करवाकर पंचायती भूमि से अवैध कब्जा हटवाने की मांग की थी। प्रशासन ने मांगपत्र पर एक टीम गठित करके पैमाइश करने के निर्देश दिए थे| टीम ने ग्रामीणों की मदद से ग्राम पंचायत जोरासी की जमीन की पैमाइश करके पंचायत की भूमि से अवैध कब्जा हटाने का अभियान शुरू किया था। प्रशासन ने करीब 110 एकड़ भूमि पर से अवैध कब्जे हटवाए हैं।
गांव के सरपंच हरिराम ने बताया कि पंचायत की अवैध कब्जों से छुडवाई गई इस भूमि को बोली लगाकर पट्टे पर छोड़ा गया है जिससे करीब 13 लाख रुपए की आय भी ग्राम पंचायत को हुई है। उन्होंने बताया कि पट्टे पर छोडी गई भूमि से ग्राम पंचायत को मिली यह आय गांव के विकास पर खर्च की जाएगी। उन्होंने बताया कि गांव अमरपुर जोरासी में 1964 में हुई चकबंदी के बाद से गत वर्ष तक कोई पैमाइश या चकबंदी का कार्य नहीं किया गया था। जिसके चलते यहां के लोगों ने पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे कर लिए थे।
ग्रामीणों ने बताया कि पैमाइश के दौरान कई चौकाने वाले तथ्य भी सामने आए हैं| गांव जोरासी के ही एक परिवार ने पंचायत की भूमि पर मैरिज पैलेस तक बना दिया। अब पैमाइश के दौरान उस मैरिज पुलिस के बीचो बीच पंचायत की काफी जमीन निकली है जिसके चलते उस मैरिज पैलेस के मुख्य गेट पर निशानदेही करके पिलर गाड़ दिया गया है, जिसे शीघ्र ही कबजा मुक्त करवाया जाएगा| इसी प्रकार जोरासी बांध के अंदर नारनौल के मोहल्ला सलाम पुरा के एक व्यक्ति से पंचायत की कई एकड़ भूमि खाली करवाई गई है जो 30 सालों से उस पर कब्जा किए बैठा था, जबकि इस व्यक्ति के पास न तो रिकॉर्ड में जोरासी गाँव में कोई जमीन है ना ही उस जगह के आसपास उसकी कोई जमीन थी, लेकिन इसके बावजूद भी कई सालों से पंचायत की कई एकड़ जमीन पर खेती करता चला रहा था|