किसानों के खेतों तथा ट्यूबवेलों से फव्वारा नोजल, बिजली की केबल और अन्य कृषि उपकरणों की हो रही चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने और चोरों को गिरफ्तार कर माल बरामद करने की मांग को लेकर बहुजन समाज पार्टी द्वारा गाँव ताजपुर में महापंचायत आयोजित की गई। पंचायत की अध्यक्षता बसपा नेता प्रमुख समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने की। भारी पुलिस बल के साये में हुई इस महापंचायत में आसपास के सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया तथा चोरों को गिरफ्तार करने में पुलिस प्रशासन की असफलता पर रोष प्रकट किया।
महापंचायत में सर्वसम्मति से दो प्रस्ताव पास किए गए| चोरी की घटनाओं का सुराग लगाने, चोरों को गिरफ्तार करने तथा माल बरामद करने में पुलिस की विफलता पर पुलिस प्रशासन के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। दूसरे प्रस्ताव में चेतावनी दी गई कि दस दिन के अंदर पुलिस ने चोरों को गिरफ्तार कर माल बरामद नहीं किया तो बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ता पीड़ित किसानों के साथ अटेली तहसील कार्यालय का घेराव करेंगे।
ठाकुर अतरलाल ने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि जिला पुलिस प्रशासन ने आज भारी पुलिस बल तैनात करके महापंचायत में आने वालों को भयाक्रांत करने और रोकने का काम किया है। यदि चोरों के खिलाफ इस बल को तैनात किया जाता तो चोरियां नहीं होती। उन्होंने कहा कि चोरी की घटनाओं को लेकर किसान चिंतित तथा डर के साए में जीने को मजबूर हैं। पुलिस की लचर व लापरवाह कार्रवाई को लेकर किसानों में भारी रोष व्याप्त है।
अनेक किसानों ने कहा कि पहले भी खेतों में नोजल चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। उसकी शिकायत पीड़ित किसानों ने थाना में दर्ज करवाई है, परंतु पुलिस चोरों को गिरफ्तार करने तथा माल बरामद करने में असफल रही है। इसके कारण चोरों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से थानों में पुलिस की नफरी बढ़ाने की मांग भी की।
इस अवसर पर भाग सिंह चेयरमैन, कैलाश सेठ, हनुमान, पवन कुमार, कैलाश, राम सिंह, रोहतास, मुकेश, धर्मपाल, राजेंद्र, यादराम, रामचरण, लक्ष्मीनारायण, जगराम, परमानंद, संतलाल, बद्री प्रसाद शर्मा, रामनिवास, अजय शर्मा, विजय सिंह, करमपाल, अनूप सिंह, भरत सिंह, मिंटू, विक्रम, राज कुमार, सुभाष, पन्नालाल, रामनिवास, महेश शर्मा, पवन शर्मा, बाबूलाल, राजकुमार, सुमित, अभय सिंह, रामवीर, दीपक, विकास, नवीन, राहुल, संदीप, रवि कुमार, मीर सिंह, रणधीर सिंह, राजाराम, सुबेसिंह व मुकेश सहित ताजपुर व आसपास के गांवों के सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।